हांगझोउ, 27 अक्टूबर ( भाषा ) भुजाहीन तीरंदाज शीतल देवी एशियाई पैरा खेलों में एक ही सत्र में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई, जिससे भारत के पदकों की संख्या 99 पर पहुंच गई।
भारत ने शुक्रवार को सात स्वर्ण सहित 17 पदक जीते, जिसमें बैडमिंटन खिलाड़ियों ने सबसे अधिक आठ (चार स्वर्ण के साथ) पदकों का योगदान दिया।
एशियाई पैरा खेलों में एक दिन शेष बचा है तब भारत 25 स्वर्ण, 29 रजत और 45 कांस्य के साथ चीन (196 स्वर्ण, 159 रजत, 138 कांस्य), जापान (39, 44, 56), ईरान (39, 39, 37), कोरिया (28, 30, 37) और इंडोनेशिया (26, 21, 32) के बाद छठे स्थान पर है। भारत कुल पदकों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर है।
भारत के पदकों की संख्या 100 के पर पहुंचना तय है जो उल्लेखनीय उपलब्धि होगी। भारत ने हाल में एशियाई खेलों में रिकॉर्ड 107 पदक जीते थे।
शीतल ने महिलाओं के व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में शुक्रवार को शीर्ष स्थान हासिल किया । जम्मू कश्मीर की 16 वर्ष की शीतल अपने पैरों से तीर चलाती है ।
इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिश्रित वर्ग में स्वर्ण और महिला युगल में रजत जीता था ।
किश्तवाड़ के दूरस्थ इलाके में सैन्य शिविर में पाई गई शीतल को भारतीय सेना ने बचपन में गोद ले लिया था । जुलाई में उन्होंने पैरा विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में सिंगापुर की अलीम नूर एस को 144.142 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था ।
अंकुर धामा इस सप्ताह एक ही सत्र में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे ।
एक अन्य भारतीय तीरंदाज, राकेश कुमार ने पुरुषों की कंपाउंड स्पर्धा में ईरान के अलीसिन मंशाएजादेह को शूटऑफ में 144(10)-144(9) से हराकर रजत पदक जीता।
बैडमिंटन में पैरालम्पिक चैम्पियन प्रमोद भगत ने एकल एसएल3 वर्ग में हमवतन नितेश कुमार को 22 . 20, 21 . 19 से हराकर स्वर्ण पदक जीता ।
तोक्यो पैरालम्पिक रजत पदक विजेता आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई ने एसएल 4 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता । सुकांत कदम को कांस्य पदक मिला ।
महिलाओं के एसयू5 फाइनल में टी मुरूगेसन ने स्थानीय खिलाड़ी यांग कियूशिया को 21 . 19, 21 . 19 से हराकर पीला तमगा हासिल किया । भारत की ही मनीषा रामदास को कांस्य पदक मिला ।
पुरूष युगल एसएल3. एसएल4 वर्ग में नितेश और तरूण ने स्वर्ण पदक जीता जबकि भगत और सुकांत को कांस्य पदक मिला । पैरालम्पिक चैम्पियन कृष्णा नागर को एसएच 6 में रजत पदक मिला ।
बैडमिंटन प्रतियोगिताएं शुक्रवार को समाप्त हो गईं और शटलरों ने भारत की झोली में 21 पदक (4 स्वर्ण, 4 रजत, 13 कांस्य) का योगदान दिया, जो एथलेटिक्स के बाद सर्वाधिक है। भारत ने एथलेटिक्स में 51 पदक जीते हैं।
एथलेटिक्स में रमन शर्मा ने पुरूषों की 1500 मीटर टी38 स्पर्धा में नये रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता । धर्मराज सोलायराज ने पुरुषों की लंबी कूद टी64 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। भालाफेंक में प्रदीप कुमार और लक्षित ने एफ54 वर्ग में रजत और कांस्य पदक जीते ।
चक्का फेंक में लक्ष्मी ने कांस्य पदक जीता जबकि तीरंदाज राकेश कुमार ने पुरूषों के कंपाउंड वर्ग में रजत पदक जीता ।
सुयश नारायण जाधव ने तैराकी में भारत के लिए पहला पदक जीता। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर बटरफ्लाई एस7 में 32.22 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक हासिल किया।
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Source: PTI News