(सुधीर उपाध्याय)
नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता भारत के एचएस प्रणय ने शुक्रवार को यहां इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद कहा कि उन्हें तीसरे गेम में पिछड़ने के बावजूद यकीन था कि वह वापसी करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहेंगे।
दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय को चीनी ताइपे के दुनिया के 28वें नंबर के खिलाड़ी वैंग जू वेइ के खिलाफ 21-11, 17-21, 21-18 से जीत दर्ज करने के लिए एक घंटा और 17 मिनट तक जूझना पड़ा। उन्होंने स्वीकार किया कि वैंग जैसे खिलाड़ी का सामना करना आसान नहीं होता जो नेट पर काफी मजबूत है और आक्रामक रुख भी अपनाता है।
प्रणय ने कहा, ‘‘वैंग जैसे खिलाड़ी के खिलाफ खेलना हमेशा मुश्किल होता है। वह नेट पर काफी अच्छा खेलता है और आक्रामक रुख भी अपना सकता है। मेरे लिए पहले गेम में अच्छी शुरुआत करना महत्वपूर्ण था क्योंकि अगर वह लय हासिल कर ले तो उसे रोकना आसान नहीं होता। मुझे इससे काफी मदद मिली।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरा गेम काफी अच्छी नहीं रहा। तीसरे गेम में भी एक समय चीजें अच्छी नजर नहीं आ रही थी लेकिन मैं वापसी करने में सफल रहा। सेमीफाइनल में जगह बनाकर काफी अच्छा लग रहा है।’’
भारतीय खिलाड़ी ने दर्शकों की भी सराहना की जो लगातार उनकी हौसलाअफजाई करते रहे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता था कि मुझे उसकी बढ़त को दो से तीन अंक तक सीमित करना होगा जिसके बाद दर्शकों की हौसलाअफजाई से मदद मिल सकती है। 9-11 स्कोर पर मुझे यकीन था कि मैं वापसी कर सकता हूं और 15-15 के स्कोर पर दर्शकों की हौसलाअफजाई ने नई ऊर्जा भर दी।’’
प्रणय ने कहा कि उन्हें पता था कि मुकाबले आसान नहीं होने वाले। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहली बार इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। लेकिन मैं पहले भी कह चुका हूं कि पुरुष एकल में मुकाबला काफी कड़ा है और कोई भी प्रबल दावेदार नहीं है। आपको आसान जीत नहीं मिलने वाली। आपको प्रत्येक मैच में सब कुछ झोंकना पड़ेगा। ओलंपिक क्वालीफिकेशन को देखते हुए प्रत्येक खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रहा है जिसके कारण मुकाबले लंबे हो रहे हैं।’’
प्रणय ने कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘आज का कार्यक्रम काफी लंबा हैं। रात के साढ़े नौ बज गए हैं और हम यहीं खड़े हैं। आपको सेमीफाइनल में उबरने के लिए अधिक समय चाहिए। हालांकि पूरी टीम मेरे साथ है और उम्मीद करता हूं कि कल के मुकाबले के लिए अपने शरीर को तैयार कर पाऊंगा।’’
एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने किम एस्ट्रूप और एंडर्स स्कारूप रासमुसेन की डेनमार्क की पांचवीं वरीय जोड़ी को सीधे गेम में सिर्फ 35 मिनट में 21-7, 21-10 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारतीय जोड़ी ने कहा कि इस मुकाबले में मानसिक जंग में बेहतर करने वाली टीम जीत दर्ज करने में सफल रही।
चिराग ने कहा, ‘‘उनके खिलाफ मुकाबलों में कौशल ही नहीं बल्कि आपकी मानसिक मजबूती की भी परीक्षा होती है और जो भी मानसिक जंग जीतता है वह मुकाबला जीतने में सफल रहता है। आज हमने यह काफी अच्छी तरह किया और उन्हें लय हासिल नहीं करने दी। हमने काफी मजबूत शुरुआत की और इस लय को बरकरार रखा।’’
सात्विक ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए मानसिक जंग अधिक थी। हमने उनके खिलाफ पिछले चार मुकाबले गंवाए थे इसलिए इस मैच को हर हाल में जीतना चाहते थे। उन्होंने हमारी रातों की नींद उड़ाई थी और हमने उनके खिलाफ काफी करीबी मुकाबले गंवाए थे। आज हमारा इरादा था कि अपना सब कुछ झोंक देना है और उन्हें कोई मौका नहीं देना है। ’’
Source: PTI News