नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) पूर्व एशियाई चैंपियन गोपी थोनाकल ने रविवार को यहां नई दिल्ली मैराथन का खिताब जीता लेकिन पेरिस ओलंपिक क्वालीफाइंग स्तर को हासिल करने से बड़े अंतर से चूक गए।
एशियाई मैराथन 2017 का खिताब जीतने वाले 35 वर्षीय गोपी ने पुरुष एलीट स्पर्धा में 42.195 किमी की दूरी दो घंटे 14 मिनट और 40 सेकेंड में पूरी की। वह हालांकि दो घंटे आठ मिनट 10 सेकेंड के पेरिस ओलंपिक के क्वालीफाइंग स्तर से काफी पीछे रहे।
वर्ष 2017 में भी यहां खिताब जीतने वाले गोपी दो घंटे 13 मिनट 39 सेकेंड के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से भी पीछे रहे।
वर्ष 2021 में यहां खिताब जीतने वाले श्रीनू बुगाथा दो घंटे 14 मिनट 41 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि अक्षय सैनी ने दो घंटे 15 मिनट 27 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के तत्वावधान में आयोजित इस प्रतिष्ठित मैराथन के दौरान लगभग 600 धावकों को चिकित्सा सुविधा भी मुहैया कराई गई। यह सुविधा मैराथन के आधिकारिक चिकित्सा साझेदार कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की ओर से मुहैया कराई गई। अस्पताल ने मैराथन के लिए व्यापक चिकित्सा इंतजाम किए थे।
गोपी ने इससे पहले स्वीकार किया था कि पेरिस ओलंपिक क्वालीफाइंग समय भारतीयों की पहुंच से बाहर हो सकता है।
अश्विनी मदान जाधव ने दो घंटे 52 मिनट 25 सेकेंड के समय से महिलाओं की एलीट स्पर्धा जीती। ठाकोर निरमाबेन भरतजी (दो घंटे 55 मिनट 47 सेकेंड) दूसरे जबकि दिव्यांका चौधरी (दो घंटे 57 मिनट 06 सेकेंड) तीसरे स्थान पर रहीं।
मैराथन में 200 से अधिक शहरों, 27 राज्यों और कई देशों के हजारों प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया।
Source: PTI News