नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) भारतीय खिलाड़ी घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाकर मंगलवार से यहां शुरू हो रहे इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में चमक बिखेरने की कोशिश करेंगे जिसमें सभी की निगाहें सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर टिकी रहेंगी।
सात्विक और चिराग ने 2023 में छह खिताब जीते थे जबकि हाल में वह मलेशिया सुपर 1000 टूर्नामेंट में उपविजेता रहे थे। इससे उनसे अपेक्षाएं बढ़ गई हैं।
भारतीय बैडमिंटन संघ का यह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट पिछले साल सुपर 750 वर्ग में रखा गया था लेकिन तब भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था और कोई भी दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाया था।
इससे पहले 2022 में सात्विक और चिराग ने पुरुष युगल जबकि लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल का खिताब जीता था। भारतीय खिलाड़ी अब पिछले साल के लचर प्रदर्शन को भूल कर उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
सात्विक और चिराग मलेशिया ओपन के फाइनल के संघर्षपूर्ण मुकाबले में हार गए थे लेकिन वह घरेलू धरती पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सात्विक ने कहा,‘‘हम अपने देश में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। इस टूर्नामेंट के बाद हमारी जीत दर्ज करने की भूख बढ़ी है और हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं।’’
पिछले साल सात्विक के चोटिल होने के कारण भारतीय जोड़ी को दूसरे दौर के मैच से पहले हटना पड़ा था, लेकिन इस बार वे पूरी तरह से फिट हैं। पहले दौर में उनका मुकाबला दुनिया के 25वें नंबर के फैंग जेन ली और फैंग चिह ली से होगा।
सात्विक और चिराग जहां खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे वहीं पुरुष एकल में एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत पर निगाहें टिकी रहेंगी विशेषकर तब जबकि ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू घुटने की चोट के कारण इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रही हैं।
मलेशिया में खराब प्रदर्शन करने वाले प्रणय और लक्ष्य को जल्द लय हासिल करनी होगी जबकि पिछले सप्ताह पहले दौर में जोनाथन क्रिस्टी को हराने वाले श्रीकांत उस जीत से प्रेरणा लेने की कोशिश करेंगे।
प्रणय और लक्ष्य मलेशिया ओपन के पहले दौर में हार गए थे। इंडिया ओपन में वह क्रमशः चीनी ताइपे के चोउ टीएन चेन और प्रियांशु राजावत के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
श्रीकांत ओलंपिक क्वालीफिकेशन को ध्यान में रखते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। पहले दौर में उनका सामना हांगकांग के ली चेउक यियू से होगा। प्रणय अभी विश्व रैंकिंग में आठवें नंबर पर हैं और ओलंपिक क्वालीफिकेशन की दौड़ में सबसे आगे हैं। दूसरे स्थान की दौड़ में श्रीकांत और लक्ष्य हैं जिनकी विश्व रैंकिंग अभी क्रमशः 24 और 17 है।
महिला युगल में भी ओलंपिक में जगह बनाने की दौड़ काफी कड़ी हो गई है। इसके लिए अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रैस्टो तथा राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली दौड़ में हैं।
अश्विनी और तनीषा पहले दौर में थाईलैंड की राविंडा प्राजोंगजई और जोंगकोलफान कितिथाराकुल से भिड़ेंगी जबकि त्रीसा और गायत्री का सामना जापान की चौथी वरीयता प्राप्त नामी मत्सुयामा और चिहारू शिदा से होगा।
महिला युगल में भारत की दो ओर जोड़ियां नजर आएंगी। अश्विनी भट के और शिखा गौतम तथा श्वेतपर्णा पांडा और रुतापर्णा पांडा को रिजर्व खिलाड़ियों के बीच से ड्रॉ में जगह दी गई है।
पुरुष युगल में भी एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला तथा कृष्ण प्रसाद गारगा और साई प्रतीक की जोड़ियों को टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला है।
कुछ खिलाड़ियों के हटने से ओडिशा सुपर 100 चैंपियन सतीश कुमार करुणाकरन और आकर्षी कश्यप को भी क्रमश: पुरुष और महिला एकल में खेलने का मौका मिल रहा है।
सतीश पहले दौर में जापान के ताकुमा ओबायाशी से भिड़ेंगे जबकि आकर्षी को पहले दौर में चीन की ओलंपिक चैंपियन चेन यू फेई का सामना करना है।
भाषा सुधीर मोना
Source: PTI News