अलमाटी (कजाखस्तान), 27 मई (भाषा) पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके भारतीय निशानेबाज भवनीश मेंदीरत्ता को शनिवार को यहां आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप की ट्रैप स्पर्धा के फाइनल में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा और आखिर में वह पांचवें स्थान पर रहे।
फरीदाबाद के रहने वाले 23 वर्षीय भवनीश शुक्रवार को क्वालिफिकेशन के पहले तीन दौर में 75 में से 73 अंक बनाकर चार अन्य निशानेबाजों के साथ संयुक्त बढ़त पर थे। उन्होंने शनिवार को अगले दो दौर में 24 का सामान स्कोर बनाया।
भवनीश ने इस तरह से दो दिन में 125 में से 121 अंक बनाकर संयुक्त चौथे स्थान पर रहकर छह खिलाड़ियों के फाइनल में जगह बनाई।
फाइनल में हालांकि यह भारतीय निशानेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। वह 30 में से 24 अंक बनाकर बाहर होने वाले दूसरे खिलाड़ी बने।
इटली के निशानेबाज निशानेबाज और दो बार के विश्व चैंपियन फैब्रीज़ी मास्सिमो ने ऑस्ट्रेलिया के 27 वर्षीय विश्व चैंपियन जेम्स विलेट को हराकर स्वर्ण पदक जीता। कुवैत के निशानेबाज खालिद अल्मुधाफ ने कांस्य पदक हासिल किया।
भारत के दो अन्य निशानेबाज जोरावर सिंह संधू और पृथ्वीराज टोडाइमल ने समान 117 का स्कोर बनाया और वह क्रमश: 16वें और 17वें स्थान पर रहे।
महिला ट्रैप में श्रेयसी सिंह 114 के स्कोर के साथ 10वें, मनीषा कीर 109 अंक के साथ 19वें और प्रीति रजक 98 अंक के साथ 32वें स्थान पर रहीं।
भारत ने अभी तक इस प्रतियोगिता में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता है। उसने यह दोनों पदक महिला स्कीट में जीते।
इस बीच भारत के विदेशी ट्रैप कोच और ओलंपिक चैंपियन रसेल मार्क ने अनुबंध संबंधी मसलों के कारण त्यागपत्र दे दिया है।
अटलांटा ओलंपिक 1996 में डबल ट्रैप में स्वर्ण पदक जीतने वाले ऑस्ट्रेलियाई निशानेबाज मार्क के करीबी सूत्रों ने बताया कि 28 मई उनका भारतीय टीम के साथ अंतिम दिन होगा।
Source: PTI News