टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेलों के दल में मनोवैज्ञानिक की अनुपस्थिति पर निराशा व्यक्त की

नयी दिल्ली, 17 जुलाई (टेबल टेनिस न्यूज़) आगामी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारत के 14 सदस्यीय टेबल टेनिस दल से खेल मनोवैज्ञानिक गायत्री वर्तक की अनुपस्थिति पर खिलाड़ियों ने निराशा व्यक्त की। पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी वर्तक 28 जुलाई से शुरू होने वाले बर्मिंघम खेलों के लिए खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की लंबी सूची (टीटीएफआई की वेबसाइट पर प्रकाशित) में थी, लेकिन उन्होंने अंतिम दल में जगह नहीं मिली। भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक शरत कमल मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन श्रीजा अकुला और रीथ ऋषि ने पीटीआई-भाषा से कहा कि दल में वर्तक की मौजूदगी से बड़ा फर्क पड़ता। राष्ट्रमंडल खेलों में पांचवीं बार भाग लेने की तैयारी कर रहे शरत ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ 33% नियम के कारण हम वर्तक को टीम में रखने के लिए जरूरी समर्थन नहीं जुटा सके। खेल के दबाव और उम्मीदों को देखते हुए मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से, मानसिक कोच बहुत मदद कर सकता है। मैंने साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) से इसके लिए अनुरोध किया था लेकिन यह सफल नहीं हुआ क्योंकि अधिक सहयोगी स्टाफ के लिए जगह नहीं बन सकी। ’’ तय दिशानिर्देशों के अनुसार टीम में सहयोगी सदस्यों की संख्या खिलाड़ियों की संख्या के 33 प्रतिशत तक ही हो सकती है। इसका हालांकि सख्ती से पालन नहीं किया जाता है। टेबल टेनिस के मामले में भी इसका पालन नहीं किया गया है। आठ खिलाड़ियों के लिए टीम में सहयोगी सदस्यों की संख्या छह है। इसमें दो राष्ट्रीय कोच एस रमन और अनिंदिता चक्रवर्ती, मनिका बत्रा के निजी कोच क्रिस एड्रियन फिफर, मालिशिया हरमीत कौर, फिजियो विकास सिंह और टीम मैनेजर एस डी मुदगिल शामिल हैं। इसके अलावा खेल की शासी निकाय टीटीआईएफ के संचालन के लिए उच्च न्यायालय से नियुक्त समिति (सीओए) के एक सदस्य (एसडी मुदगिल) भी इसमें है। पुरुषों के राष्ट्रीय कोच रमन स्टार खिलाड़ी जी साथियान के निजी कोच भी हैं। वर्तक ने मई में बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर में भारतीय टीम के साथ काम किया था। श्रीजा ने कहा, ‘‘मैं पिछले आठ महीनों से वर्तक के साथ व्यक्तिगत रूप से काम कर रही हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली है। जब मैंने अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता था तब भी वह वहां थी। राष्ट्रमंडल जैसे बड़े आयोजन में, एक मानसिक कोच का होना फायदेमंद हो सकता है।’’ उनकी टीम के साथी रीथ ने कहा, ‘‘ आपके साथ एक मानसिक प्रशिक्षक होने से दबाव की स्थितियों में बहुत मदद मिलती है, जिसका हमें राष्ट्रमंडल खेलों में सामना करने की उम्मीद है। मुझे उम्मीद है कि इसमें अभी भी कोई रास्ता निकल सकता है।’’ सीओए सदस्य मुदगिल ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को उनके अधिकांश अनुरोधों को अंतिम सूची में शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया। मुदगिल ने कहा, ‘‘हम अपने अधिकांश सहयोगी स्टाफ को मंजूरी देने के लिए आईओए के आभारी हैं। हमने मानसिक कोच के लिए भी आईओए को लिखा था, लेकिन इसमें कुछ बाधा थी और हम इसे समझते हैं।’’ आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों को शीर्ष खेल निकाय को मंजूरी के लिए सूची भेजने से पहले खिलाड़ियों से सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं टेबल टेनिस पर विशेष रूप से बात नहीं कर रहा हूं। सभी महासंघों को हमें सूची भेजने से पहले खिलाड़ियों से बात करनी चाहिए। हमारे लिए एथलीटों का हित सर्वोपरि हैं।’’

भाषा 

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