कोच्चि, 16 दिसंबर (फुटबॉल न्यूज़) कप्तान आशालता देवी का मानना है कि अगले महीने देश में होने वाले एएफसी एशियाई कप से पहले भारतीय फुटबॉल टीम के लिए एकाग्रता बनाए रखना और प्रत्येक खिलाड़ी का जिम्मेदारी लेना महत्वपूर्ण होगा।
मुंबई और पुणे में 10 जनवरी से छह फरवरी तक होने वाले होने शीर्ष महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ी यहां शिविर में तैयारी कर रही हैं। टीम इसी महीने ब्राजील में चार देशों के टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर लौटी है।
अशालता ने कहा, ‘‘इतने बड़े टूर्नामेंट से पहले एकाग्रता बनाए रखना आसान नहीं होगा लेकिन मैंने पाया है कि छोटी-छोटी चीजें इसमें मदद कर सकती हैं।’’
शिविर में हिस्सा ले रही 27 खिलाड़ियों में से 13 की उम्र 25 साल से कम है और आशालता जैसी सीनियर खिलाड़ी जिम्मेदारी लेने में युवा खिलाड़ियों की मदद कर रही हैं।
इस डिफेंडर ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘यह जिम्मेदारी लेने से जुड़ा है। हम सभी बात करते रहे हैं कि यह टीम काफी युवा है और टीम में 19-20 साल की खिलाड़ियों का होना शानदार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे टीम में ऊर्जा लेकर आती हैं लेकिन साथ ही सभी को महसूस करना होगा कि वे अब बच्ची नहीं हैं।’’
आशालता ने कहा, ‘‘वे किसी कारण से सीनियर टीम में हैं, मैदान से बाहर जिम्मेदार होने से मैदान पर भी ऐसा करने की मानसिकता तैयार होती है और एशियाई कप से पहले हम सभी के अंदर यही मानसिकता होनी चाहिए।’’
ब्राजील में चार देशों के टूर्नामेंट में वेनेजुएला के खिलाफ गोल दागने वाली डेंगमेई ग्रेस ने कहा कि टूर्नामेंट में अब सिर्फ पांच हफ्ते का समय बचा है और ऐसे में हमें छोटी-मोटी कमियों को दूर करना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘एशियाई कप के लिए सिर्फ पांच हफ्ते का समय बचा है। यह अपने खेल को परफेक्ट करने से जुड़ा है। हम सब एशियाई कप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।’’
भारत अपना पहला ग्रुप मैच 20 जनवरी को ईरान के खिलाफ खेलेगा और फिर चीनी ताइपे तथा चीन से क्रमश: 23 और 26 जनवरी को भिड़ेगा।
इस टूर्नामेंट से पांच टीम सीधे 2023 विश्व कप के लिए क्वालीफाई करेंगी और दो अन्य टीम अंतर परिसंघ प्ले आफ में जगह बनाएंगी।
भाषा
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