मेरा मानना ​​है कि मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक फिटनेस समान रूप से महत्वपूर्ण है – भारतीय बैडमिंटन स्टार मुग्धा अग्रे

बैडमिंटन एक ऐसा खेल है जिसे दो एथलीटों के बीच द्वंद्व के रूप में बताया जा सकता है। खेल की जरूरत न केवल शारीरिक है बल्कि, खेल मन की ताकत से जीता या हारा जाता है, एक महत्वपूर्ण कारक जिसका उल्लेख मैच रिपोर्ट से संबंधित मेंबैडमिंटन समाचारों में नही किया जाता है। 22 वर्षीय मुग्धा अग्रे के लिए, यह एक ऐसा खेल है जिसके द्वारा वो ओलंपिक स्वर्ण पदक का सपना देखती हैं।

SPOGO के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, मुग्धा, 7 टीम का एक हिस्सा हैं। वर्तमान में विश्व रैंकिंग में महिला एकल में 94 वें स्थान पर हैं। बैडमिंटन से अपने परिचय के बारे में, करियर का यादगार हाइलाइट्स, मानसिक स्वास्थ्य का महत्व, महामारी, बचपन के खेल आदर्श और भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बात करती हैं।

प्रश्न 1) आपने पहली बार बैडमिंटन कब खेलना शुरू किया और किस बात ने आपको पेशेवर रूप से इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित किया?

मेरे पिता बैडमिंटन खेलते थे और उन्होंने मुझे इस खेल से परिचित कराया। मैंने बाहर अपने पिता के साथ बैडमिंटन खेलना शुरू किया, जिसके बाद मैं फिटनेस के लिए एक क्लब में शामिल हो गई। मुझे वास्तव में बहुत अच्छा लगा। बैडमिंटन एक तेज खेल  है जिसके कारण इसमें मेरी दिलचस्पी हो गई। इसलिए मैंने 13 साल की उम्र में पेशेवर रूप से खेल खेलने का फैसला किया।

प्रश्न 2) आप प्रीमियर बैडमिंटन लीग में पुणे 7 एसेस टीम का हिस्सा रहे हैं। उसके बाद आपके करियर में उस एक्सपोजर का कितना महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा?

मुझे पुणे 7 एसेस टीम का हिस्सा बनना अच्छा लगा। चूंकि बैडमिंटन एक व्यक्तिगत खेल है, टीम का अनुभव अनूठा, नया था और इसने मुझे व्यक्तिगत रूप से बढ़ने में मदद की। एक्सपोजर ने मुझे मानसिक रूप से मजबूत बनने में मदद की है और अन्य शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों के साथ जगह साझा करना अच्छा था।

प्रश्न 3) आपका अब तक का सबसे यादगार खेल या टूर्नामेंट कौन सा रहा है?

मेरा सबसे यादगार टूर्नामेंट गुंटूर अखिल भारतीय टूर्नामेंट था। यह मेरा पहला अखिल भारतीय खिताब था और उस टूर्नामेंट का मेरे दिल में हमेशा एक विशेष स्थान रहेगा।
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प्रश्न 4) बैडमिंटन शारीरिक रूप से माँग वाला खेल है लेकिन समूचे रिजल्ट पर मानसिक शक्ति की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है?

हां, बैडमिंटन शारीरिक रूप से बहुत माँग वाला है लेकिन मानसिक फिटनेस उतना ही महत्वपूर्ण है। शारीरिक रूप से अपना सब कुछ देने में सक्षम होने के लिए आपको मानसिक रूप से मजबूत होने की आवश्यकता है। आपको उस जीत को हासिल करने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी से लगातार दो कदम आगे रहना होगा और यह तभी संभव है जब आप मानसिक रूप से फिट हों।

प्रश्न 5) मौजूदा महामारी की स्थिति में प्रशिक्षण जारी रखना कितना चुनौतीपूर्ण था? अपने आप को फिट रखने के लिए आपने क्या किया?

यह बहुत मुश्किल था। लगभग एक साल तक बैडमिंटन कोर्ट बंद रहे, लेकिन मैंने घर पर ही अपनी ट्रेनिंग जारी रखी। मैं खेल सत्र की भरपाई के लिए पहले की तुलना में अधिक कठिन प्रशिक्षण ले रही थी। इससे मुझे  फिट रहने में मदद मिली और मेरी शारीरिक फिटनेस में काफी सुधार हुआ।

प्रश्न 6) आपके खेल के आदर्श कौन हैं और उनकी कौन सी बात आपको सबसे ज्यादा प्रेरित करती है?

अपने करियर की शुरुआत से ही मेरी प्रेरणा मेरे कोच मिस्टर जिबी वर्गीस रहे हैं। वह मेरे आदर्श रहे हैं और मैं वास्तव में उनकी ताकत की बहुत प्रशंसा करती हूँ। वह कई कठिन पड़ाव से गुजरे है लेकिन वह हमेशा मजबूत होकर वापसी करते है।खुद कोर्ट में पेश करने के तरीके के  कारण   मैं चीनी ताइपे की ताई त्ज़ु यिंग की भी प्रशंसक हूँ। 

प्रश्न 7) भविष्य के लिए आपके लक्ष्य और आकांक्षाएं क्या हैं और आप उन्हें कैसे प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं?

जब से मुझे याद है मेरा सपना ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का रहा है। मैं इस सपने को हासिल करने के लिए बहुत मेहनत कर रही हूं और एक दिन इसे पूरा करने की उम्मीद करती हूँ।

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