मेरा मुख्य लक्ष्य पावरप्ले में गेंदबाजी करना, जल्दी विकेट लेना है: मावी

मुंबई, चार जनवरी (भाषा) भारत के लिए पदार्पण करते हुए बेहद सफल शुरुआत करने वाले तेज गेंदबाज शिवम मावी ने देश का मुख्य गेंदबाज बनने का अपना इरादा साफ कर दिया है और उन्होंने कहा है कि वह पावरप्ले में स्टंप्स को निशाना बनाकर जल्दी विकेट लेना चाहते हैं।

मुंबई, चार जनवरी (भाषा) भारत के लिए पदार्पण करते हुए बेहद सफल शुरुआत करने वाले तेज गेंदबाज शिवम मावी ने देश का मुख्य गेंदबाज बनने का अपना इरादा साफ कर दिया है और उन्होंने कहा है कि वह पावरप्ले में स्टंप्स को निशाना बनाकर जल्दी विकेट लेना चाहते हैं।

मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ वानखेड़े में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हुए 24 वर्षीय मावी ने पावरप्ले में खतरनाक सलामी बल्लेबाज पथुम निसांका (1) और धनंजया डिसिल्वा (8) को आउट किया जिससे नौवें ओवर में श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 51 रन हो गया था।

मावी ने मैच में 22 रन देकर चार विकेट चटकाए जिससे चयनकर्ताओं को राहत मिली होगी जो सीमित ओवरों के प्रारूप में जसप्रीत बुमराह के जोड़ीदार की तलाश कर रहे हैं।

तीन मैचों की टी20 श्रृंखला के शुरुआती मैच में भारत की दो रन से जीत के बाद टीम के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने युवा मावी से पूछा कि जब कप्तान हार्दिक पंड्या ने उन्हें नई गेंद सौंपी तो उनके दिमाग में क्या चल रहा था।

पिछले छह साल से भारत की सीनियर टीम में पदार्पण का इंतजार कर रहे नोएडा के इस क्रिकेटर ने कहा, ‘‘मेरा मुख्य एजेंडा पावरप्ले में आक्रमण करना था क्योंकि मैं हमेशा पगबाधा आउट करने की कोशिश करता हूं… बाउंड्री लगे या नहीं, मेरी मानसिकता विकेट लेने की होती है।’’

म्हाम्ब्रे ने अंडर-19 के दिनों से ही मावी की अपने काम के प्रति लगन, उनके ‘मेहनती रवैये’ और चोटों से वापसी करने तथा घरेलू सर्किट में खेलने के उनके संकल्प की भी सराहना की।

मावी ने कहा, ‘‘अंडर-19 (2018 में विश्व कप) के बाद जब मैं आईपीएल में खेला तो मुझे चोटें लगीं लेकिन मैंने अपनी फिटनेस के स्तर को बेहतर करने का फैसला किया क्योंकि मैं अपने प्रदर्शन के बीच चोटिल हो रहा था। मैंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करने का फैसला किया और इसका मुझे इस मैच में फायदा मिला।’’

मावी ने कहा कि भारत के लिए खेलने का मौका मिलना उनके लिए सपना साकार होने जैसा है।

इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘पहले ही मैच में मौका मिलना मुश्किल होता है। साथ ही यह मेरा पहला दौरा भी है। आपने देखा होगा कि मौका मिलना आसान नहीं होता और मैं इस लम्हें का पिछले छह साल से इंतजार कर रहा था जब मैं अंडर-19 (विश्व कप) के बाद चोटिल हो गया था। लेकिन मुझे स्वयं पर विश्वास है और मैंने इस भरोसे के साथ कड़ी मेहनत जारी रखी कि मुझे भारत के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है।’’

भाषा

Source: PTI News

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