नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) भारतीय पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक का मानना है कि अनुभवी पीआर श्रीजेश की मानसिकता को पढ़ने से उनके गोलकीपिंग कौशल में सुधार हुआ है और वह जब भी ‘संदेह’ में होते है तब अपने इस अनुभवी सहयोगी से मार्गदर्शन लेने में संकोच नहीं करते है।
पाठक और श्रीजेश के बीच काफी अच्छा तालमेल है और यह जोड़ी पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के गोलकीपिंग की कमान संभाल रही है। इसमें जकार्ता में पिछला एशियाई खेल और तोक्यो ओलंपिक भी शामिल है जहां टीम ने ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता था।
पाठक ने कहा, ‘‘हमारे (मेरे और श्रीजेश) बीच बहुत अच्छा संबंध हैं। वह टीम के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं और जब भी मुझे कोई संदेह होता है तो मैं उनसे मदद मांगता हूं ।’’
देश के लिए 103 मैच खेल चुके पाठक ने कहा, ‘‘ वह पिछले दो दशक से टीम के साथ है और उनका अनुभव मेरे लिए काफी मददगार है।’’
पाठक आगामी एशियाई खेलों में टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह उनका लगातार दूसरा एशियाई खेल है।
भारतीय टीम के लिए यह एशियाई खेल काफी अहम है क्योंकि इसके विजेता को पेरिस ओलंपिक (2024) का टिकट पक्का करने का मौका मिलेगा।
पाठक ने कहा, ‘‘ यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व करने वाला पल है। अगर मैं अपनी यात्रा को पीछे मुड़ कर देखूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे भारत के लिए 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच और अपना दूसरा एशियाई खेल खेलने का मौका मिलेगा।’’
पंजाब के गोलकीपर ने एशियाई खेलों के बारे में कहा, ‘‘यह ऐसी चीज है जिसे मैं आजीवन याद रखूंगा। हम एक बार में एक मैच के बारे की योजना बनायेंगे और किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेंगे। हम किसी भी समय अपनी सतर्कता को कम नहीं होने देंगे।’’
भारत एशियाई खेलों में अपने अभियान की शुरुआत 24 सितंबर को उज्बेकिस्तान के खिलाफ करेगा।
भारतीय टीम की तैयारी के बारे में बात करते हुए पाठक ने कहा कि टीम अब बुनियादी बातों पर ध्यान देने के साथ ही उन गलतियों पर काम कर रही हैं जो उसने पिछले टूर्नामेंट में की थी।
श्रीजेश और पाठक एशियाई खेलों की तैयारी के तहत नीदरलैंड के गोलकीपिंग विशेषज्ञ डेनिस वेन डे पोल के देख रेख में अभ्यास कर रहे है
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अभ्यास सत्र अच्छा चल रहा है। सभी खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट के लिए कड़ी मेहनत कर रहे है। डेनिस के साथ हमने चार-पांच सत्र में अभ्यास किया और आने वाले दिनों में कुछ और सत्र का आयोजन होगा।
पाठक ने कहा, ‘‘ हम मूल चीजों पर ध्यान दे रहे है और पिछले टूर्नामेंटों में की गयी गलतियों को सुधारने की कोशिश कर रहे है। शिविर में आने से पहले डेनिस ने हमसे हमारे खेल में आ रही खामियों के बारे में पूछा था।’’
पाठक ने भारतीय टीम के लिए 2018 में पदार्पण किया था। वह हाल ही में चेन्नई में आयोजित एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने कहा, एशियाई खेलों से पहले हमे अभ्यास का अच्छा मौका मिला। हमने कुछ मजबूत टीमों का सामना किया और इस दौरान हमें अपनी मजबूती और खामियों को पहचानने का मौका मिला। एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा।’’
Source: PTI News