श्रीनगर, 12 फरवरी (भाषा) रीयल कश्मीर फुटबॉल क्लब (आरकेएफसी) के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि आरकेएफसी अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के उस फैसले के खिलाफ अदालत का रूख करेगा जिसमें कहा गया था कि उसे चर्चिल ब्रदर्स के खिलाफ पिछले साल नवंबर में खेले गये मैच को गंवाना पड़ेगा।
‘स्नो लेपर्ड्स’ के नाम से मशहूर आरकेएफसी के खिलाफ मैच के दौरान मैदान पर चार विदेशी खिलाड़ियों और एक एशियाई खिलाड़ी को उतारने का आरोप लगा था जबकि नियमों के अनुसार कोई भी क्लब मैच में केवल तीन विदेशी खिलाड़ी और एक एशियाई खिलाड़ी को ही उतार सकता है। इससे क्लब ने नियमों का उल्लघंन किया जिससे उस पर मैच गंवाने के अलावा एआईएफएफ की अनुशासनात्मक समिति ने 60,000 रूपये का जुर्माना भी लगाया।
श्रीनगर में पिछले साल 28 नवंबर को खेले गये इस मैच में आरकेएफसी ने चर्चिल ब्रदर्स फुटबॉल क्लब को 1-0 से हराया था।
आरकेएफसी अधिकारियों ने कहा कि मैच के 64वें मिनट में आरकेएफसी ने गलती से एक खिलाड़ी को स्थानापन्न करने की मांग की लेकिन एक मिनट के अंदर ही क्लब के मुख्य कोच मेहराजुद्दीन वाडू ने इसमें सुधार किया। लेकिन स्थानापन्न करने वाले चौथे अंपायर और मैच रैफरी ने आरकेएफसी को खिलाड़ी को बदलने के लिये कहा क्योंकि बोर्ड पर यह जा चुका था।
उन्होंने कहा कि चौथे अधिकारी के कहने पर भी खिलाड़ी को स्थानापन्न नहीं किया गया था और मुहैया कराये गये प्रसारक के वीडियो साक्ष्य में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
चर्चिल ब्रदर्स एफसी ने एआईएफएफ की अनुशासनात्मक समिति से संपर्क किया जिसने एक बैठक में पिछले साल 23 दिसंबर को आरकेएफसी के पक्ष में फैसला दिया।
अनुशासनात्मक समिति ने पाया कि वीडियो साक्ष्य और मैच अधिकारियों की प्रस्तुतियों के आधार पर खिलाड़ी को बदला नहीं गया था क्योंकि मैदान के अंदर से कोई खिलाड़ी बाहर नहीं आया और न ही बाहर से कोई खिलाड़ी अंदर गया।
Source: PTI News