नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने कहा कि अगर एआईएफएफ अपने वित्तीय स्रोतों को बढ़ाने में सफल रहता है तो राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों (पुरूष और महिला) को जल्द ही मैच फीस दी जायेगी।
इस महीने के अंत में भारतीय फुटबॉल विकास के लिये ‘रोडमैप’ के अंतर्गत कई पहल की घोषणा की जायेगी।
प्रभाकरण ने कहा कि कार्यकारी परिषद राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के लिये मैच फीस शुरू करने का फैसला करेगी। उन्होंने हालांकि एआईएफएफ की बजट संबंधित बाधाओं के कारण इसके लिये कोई समय सीमा नहीं दी लेकिन संकेत दिया कि यह मौजूदा कार्यकाल के दौरान ही किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पुरूष और महिला टीम के खिलाड़ियों को मैच फीस मिलनी चाहिए। हमें सिर्फ ‘टोकन’ राशि नहीं देनी चाहिए, इसकी आर्थिक अहमियत होनी चाहिए। ’’
प्रभाकरण ने कहा, ‘‘अगर देश के लिये खेलने वाले एक खिलाड़ी आर्थिक रूप से कुछ हासिल नहीं कर रहा तो एक परिवार या समुदाय उसे एक सीमा के बाद कैसे मदद करेगा। हम कार्यकारी समिति में इस मामले पर चर्चा करेंगे। ’’
उन्होंने हालांकि यह स्वीकार किया कि एआईएफएफ का मौजूदा सालाना बजट 100 करोड़ रूपये से थोड़ा अधिक है जो तुंरत राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को मैच फीस देने की इजाजत नहीं देगा। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि महासंघ एक स्तर तक वित्तीय स्रोतों को बढ़ाने में सफल रहेगा जिससे इस पहल को लागू किया जा सकेगा।
Source: PTI News