चेन्नई, छह अगस्त ( भाषा ) एशियाई हॉकी महासंघ की टूर्नामेंट और खेल निदेशक एलिजाबेथ फुएर्स्ट ने कहा कि पेनल्टी कॉर्नर का प्रस्तावित नया नियम निकट भविष्य में लागू होने नहीं जा रहा ।
अगर लागू किया गया तो इस नियम से ड्रैग फ्लिकरों की भूमिका कम हो जायेगा और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ का मानना है कि इससे डिफेंडर ड्रैग फ्लिक लेते समय चोटिल होने से भी बचेंगे ।
नियम के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा कि लागू करने से पहले इसका कई चरण में ट्रायल होगा ।
उन्होंने पीटीआई से कहा ,‘‘अभी शुरूआती चरण का ट्रायल हुआ है । अगले कुछ हफ्ते या महीने में यह नियम लागू नहीं होगा । शुरूआती चरण में सफल रहने पर आगे और ट्रायल होंगे ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ड्रैग फ्लिक काफी तेज और दमदार होते हैं जो डिफेंडरों के लिये खतरनाक हो सकते हैं । खिलाड़ियों की सुरक्षा का भी पहलू है ।’’
प्रस्तावित नियम के तहत पेनल्टी कॉर्नर के दौरान पुशर को छोड़कर सभी स्ट्राइकर सर्कल या डी के पांच मीटर बाहर रहेंगे । गेंद पांच मीटर बाहर ही जायेगी जिसके बाद डी के भीतर लाकर गोल पर शॉट लगाया जायेगा ।
एलिजाबेथ ने कहा ,‘‘एक और मसला है कि डिफेंडर जो रक्षात्मक उपकरण पहनते हैं , उसे पहनने और उतारने में काफी समय बर्बाद होता है ।उन्हें लगातार पहनना पड़ता है और उतारना भी पड़ता है । वे इसे अपने पीछे अंधाधुंध फेंक देते हैं जिससे दूसरे खिलाड़ियों और अंपायरों के भी चोटिल होने का खतरा होता है ।यह खेल के लिये अच्छा नहीं है ।’’
Source: PTI News