जिन्जू (कोरिया), सात मई (भाषा) भारतीय भारोत्तोलक जेरेमी लालरिनुंगा ने रविवार को यहां एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में पुरुषों के 67 किग्रा भार वर्ग के स्नैच में रजत पदक जीता, लेकिन क्लीन एवं जर्क में वह तीनों प्रयासों में नाकाम रहे जिससे कुल योग में जगह नहीं बना सके।
राष्ट्रमंडल खेल 2022 के बाद अपने पहले टूर्नामेंट में भाग ले रहे जेरेमी 12 भारोत्तोलकों के बीच अकेले ऐसे खिलाड़ी रहे जो अपनी स्पर्धा पूरी नहीं कर पाए। उनका यह भार वर्ग हालांकि ओलंपिक का हिस्सा नहीं है।
जेरेमी ने स्नैच में 141 किग्रा भार उठाकर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की और रजत पदक जीता। वह क्लीन एवं जर्क में अपने पहले दो प्रयासों में 165 किग्रा वजन नहीं उठा पाए।
युवा ओलंपिक के चैंपियन 20 वर्षीय जेरेमी ने तीसरे प्रयास के लिए वजन बढ़ाकर 168 किग्रा कर दिया लेकिन वह इसे उठाने में भी असफल रहे। यह भार उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से दो किलो अधिक था।
स्नैच तथा क्लीन एवं जर्क के कुल छह प्रयासों में जेरेमी केवल दो बार ही सफल रहे। जांघ की चोट के कारण पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पाने वाले मिजोरम के इस खिलाड़ी ने शुरू में जल्दबाजी दिखाई।
स्नैच में अपने पहले प्रयास में वह 137 किग्रा वजन नहीं उठा पाए लेकिन अगले प्रयास में उन्होंने इतना भार सफलतापूर्वक उठाया। इसके बाद तीसरे प्रयास में उन्होंने 141 किलो वजन उठाकर इस वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया।
कुल योग में जगह नहीं बना पाने के कारण हालांकि पदक वितरण समारोह में उनके चेहरे पर निराशा साफ देखी जा सकती थी।
जेरेमी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मुझे नहीं पता कि आज क्या हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्लीन एवं जर्क में दो असफल प्रयासों के बाद, मैंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड का प्रयास किया। मैंने प्रशिक्षण में कई बार 168 किग्रा वजन उठाया है, लेकिन आज यह मेरा दिन नहीं था।’’
चीन के हे यूजी ने 320 किग्रा (147 किग्रा + 173 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता जबकि कोरिया के ली सांग्योन ने 314 किग्रा (139 किग्रा + 175 किग्रा) और उज्बेकिस्तान के एर्गाशेव अधखमजोन ने 312 किग्रा (138 किग्रा + 174 किग्रा) वजन उठाकर क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।
बिंदयारानी देवी ने शनिवार को महिलाओं के 55 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था।
Source: PTI News